ल दन न ट ग ह ल क ष त र क च र ओर घ मन , आप स भ वन नह ह अन म न ह क य प च बर फ-सफ द घर, प स म स थ त, एक स थ एक ह टल बन त ह । द ल स ल ट – यह एक क ल स क ह टल नह ह , बल क आर मद यक ह अप र टम ट। इ ट र यर क रचन क र न इस पर य जन म न व श क य ह व च र – अत थ क यह स पर आर मद यक ह न च ह ए, उस ह न च ह ए ऐस लगत ह ज स वह अपन प र न शहर क श नद र ट उनह उस म रह रह थ म त र, अपर च त ह टल म नह । और उज ज वल क स थ एक बर फ-सफ द इ ट र यर लहज और उद र वस त ओ व स तव म बन त ह ऐस आभ स! “घर पर, ल क न ह टल म ” क अवध रण बन रह ह अध क ल कप र य ह । कई ल ग बह त अ तर ग और बह त स थक गए ह स ट फ और अप र टम ट ह टल, जह आप आर म कर सकत ह घर ज स म ह ल च र ओर ग जत ह य त र य ।



































